ऐतिहासिक चर्च में हिंदी, पंजाबी भाषा में भी हुई विशेष प्रार्थना, माता मरियम से मांगी मन्नतें
मेरठ के सरधना के ऐतिहासिक चर्च में लगे दो दिवसीय मेले में पहले दिन शनिवार को पहुंचने वाले श्रद्धालुओं की संख्या गत वर्षों की अपेक्षा काफी कम रही। इस बार श्रद्धालुओं को माता मरियम की चमत्कारिक तस्वीर के दर्शन करने के लिये घंटो लाइन में खडे़ होकर इंतजार करना नहीं पड़ा। श्रद्धालुओं ने माता मरियम की तस्वीर के समक्ष मोमबत्ती जलाकर मन्नतें मांगी। वहीं मन्नत पूरी होने पर पौधे भी रोपे गए। माता मरियम से देश में अमन व सुख समृद्धि की प्रार्थना की गई
चर्च में शनिवार सुबह से प्रार्थना का दौर शुरू गया। पहली प्रार्थना सुबह आठ बजे, दूसरी दस बजे कराई गई। इसके बाद शाम को चार बजे हिंदी में प्रार्थना फादर साहेराज ने संपन्न कराई। छह बजे पंजाबी में विशेष प्रार्थना कराई। रात को आठ बजे भी प्रार्थना की गई। विशेष प्रार्थना में दिल्ली, पंजाब, हरियाण समेत कई राज्यों के श्रद्धालु शामिल हुए। शनिवार रात तक भी श्रद्धालुओं का मेले में आने का सिलसिला जारी रही। लोगों के मुताबिक हर साल के मुकाबले शनिवार को मेले में श्रद्धालुओं की कमी देखी गई।
चर्च मेले में शनिवार को कम रही श्रद्धालुओं की संख्या
ऐतिहासिक चर्च मेले में इस बार सुप्रीम कोर्ट के अयोध्या मामले में आए फैसले का असर दिखाई दिया। चर्च मेले में दुकान लगाने वाले दुकानदारों का कहना है कि दो दिवसीय मेले में शनिवार व रविवार को भारी भीड़ उमड़ती हैं। लेकिन इस बार शनिवार को जो भीड़ पहुंची व गत वर्षों की अपेक्षा कम रही है।
रविवार को श्रद्धालुओं की संख्या में इजाफा होने की पूरी उम्मीद है। मेले में खिलौने की दुकान लगा रहे सरधना निवासी अनिल के मुताबिक श्रद्धालु कम आने से सामान की बिक्री काफी कम रही है। मछरी निवासी हशीचंद की माने तो वह हर बार मेले में दुकान लगाता है। इस बार पहले के मुकाबले भीड़ न होने से दुकानदारी काफी है। बर्तन की दुकान लगाने वाले मेरठ निवासी नवेद के मुताबिक रविवार को भीड़ बढ़ने से अच्छी खरीददारी होगी। जिससे मुनाफा ठीक निकलेगा।